शहादत

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कह दो उनसे बंद करे यह गंदा खेल मारने का
घर मे घुस कर बदला लिया है, यह वक़्त नहीं था हमे आज़माने का
ताकत वो कोई बड़ी नहीं जो आतंक को बढ़ावा दे
थोड़ा हमसे ही सीख ले और बेसहारा को सहारा दे|
नाज़ुक हाथों में बंदूक थमना आसान है
पर जो कंधे देश का भार उठा सके वो हमारे पास हैं|
खोखला गुरूर तेरा है, किसी भी दिन चूर हो जाएगा
किसी शहीद का बेटा भी अगर सरहद पर चिल्ला दिया तो तेरे सर से आसमान भी छिन जाएगा|
फौलादी जिगर तेरे पास नहीं इसीलिए छुप कर वार करता है
तेरे पास अभी ज़्यादा दिमाग नहीं इसीलिए तू एक कदम पीछे चलता है
इस बार तू ज़मीन पर तैयार था, ले हम आसमान से सलामी दे आए
तू झूठे बयान देता रहा, हम हमारे जवानों का बदला भी ले आए |
अगर करनी ही है जंग तो हम भी तैयार हैं
यह भारत की फौज है जो सरहद पर सरताज है |
तू एक को शहादत देगा हम सौ-सौ उठ जाएँगे
खैर छोड़ो यह देशभक्ति के जज़्बात तुझे कहाँ समझ आएँगे|
तुझे लगता है तू हमे डरा देगा, ले हम तुझे सहमा आए
तुम बातें और निंदा करते रहो, ले हम हुमारा फ़र्ज़ अदा कर आए|
                                                               रिया शर्मा

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